Dose

प्रतिदिन 1-2 टैबलेट दिन में दो बार यह मात्रा सामान्य रूप से सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन हर व्यक्ति की शारीरिक स्थिति और शुगर स्तर अलग होता है। आप हमारे विशेषज्ञ आयुर्वेदिक चिकित्सक से फ्री परामर्श लेकर अपने लिए उपयुक्त खुराक जान सकते हैं

Ingredients

1. गुड़मार (Gurmar): गुड़मार को “शुगर कटर” भी कहा जाता है। यह शरीर में शर्करा के अवशोषण को रोकता है और रक्त शुगर के स्तर को संतुलित करता है। यह ग्लूकोज़ के पाचन और अवशोषण में मदद करता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर कम रहता है। गुड़मार के सेवन से शुगर की लालसा भी कम होती है, जिससे डायबिटीज़ के रोगियों को लाभ होता है। इसका नियमित सेवन इंसुलिन के स्तर को भी नियंत्रित करता है।

2. दालचीनी : दालचीनी में इंसुलिन-मिमिकिंग गुण होते हैं, जो शरीर में ग्लूकोज़ के स्तर को संतुलित करते हैं। यह शर्करा को कोशिकाओं में पहुंचाने की प्रक्रिया को तेज करती है और रक्त में शुगर के स्तर को घटाती है। रोज़ाना सीमित मात्रा में इसका सेवन ब्लड शुगर कंट्रोल और मेटाबॉलिज्म सुधारने में उपयोगी होता है।

3. मयूर शिखा: जिसे प्याज़ का फूल भी कहा जाता है, में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो पाचन को सुधारते हैं और ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। यह जड़ी-बूटी शुगर के मेटाबॉलिज्म को बैलेंस करती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाती है।

4. करेला (Karela): करेला में प्राकृतिक रूप से इंसुलिन की क्रियावली को बढ़ाने वाले तत्व होते हैं। इसके नियमित सेवन से रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है। करेला ब्लड शुगर को कम करने में सहायक होता है और यह शरीर से अतिरिक्त शर्करा को बाहर निकालने में मदद करता है। इसके अलावा, यह पाचन क्रिया को बेहतर करता है और वजन घटाने में भी मदद करता है। मधुमेह के रोगियों के लिए यह एक अत्यंत लाभकारी उपाय है।

5. नीम (Neem): नीम के पत्तों में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। नीम का नियमित सेवन रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है और शरीर में इंसुलिन के प्रभाव को बढ़ाता है। यह प्राकृतिक रूप से शरीर को डिटॉक्स करता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर कम रहता है। नीम का सेवन संक्रमण को भी रोकता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

6. पालक: फाइबर, आयरन और मैग्नीशियम से भरपूर होता है, जो ब्लड शुगर के अवशोषण को धीमा करता है और शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाता है। इसमें मौजूद क्लोरोफिल और अन्य पोषक तत्व मधुमेह को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यह कम कैलोरी और उच्च पोषण वाला सुपरफूड है।

7.सुपारी: सुपारी का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में पाचन सुधारने और शुगर नियंत्रण के लिए किया जाता रहा है। यह भूख को नियंत्रित करती है और शरीर में ऊर्जा के स्तर को संतुलित बनाए रखती है। सुपारी का सीमित और उचित मात्रा में सेवन ब्लड शुगर के उतार-चढ़ाव को स्थिर करने में सहायक हो सकता है।

8. लहसुन: लहसुन प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो ब्लड शुगर को कम करने और इंसुलिन के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है। यह खून में ग्लूकोज़ की मात्रा को नियंत्रित करता है और हृदय को भी स्वस्थ बनाए रखता है। लहसुन का नियमित सेवन डायबिटीज़ प्रबंधन के लिए अत्यंत लाभकारी है।